कॉमनवेल्थ गेम्स की ओर से भारत के लिए एक खुशखबरी तो एक दुःख की खबर आई है. खुशी की बात यह है कि निशानेबाजी, जो वर्षों से भारत की ताकत रही है, ऑस्ट्रेलिया में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल 2026 का हिस्सा होगी. लेकिन इस बात की खुशी के साथ-साथ भारत को बड़ा झटका भी लगा है.
दरअसल इस बार के सीजन में भारत को 12 पदक दिलाने वाले इवेंट कुश्ती को इस लिस्ट से बाहर कर दिया है. इसके साथ-साथ तीरंदाजी भी राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के इस लिस्ट में जगह नहीं बना पाई. आर्चरी और शूटिंग जुलाई-अगस्त में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ 2022 का हिस्सा नहीं थे.
इन तीनों खेलों में ही भारत का पक्ष हमेशा मजबूत रहा है. कुश्ती का इस सूची में नहीं होना भारत के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेय है. कुश्ती में इस बार भारत ने हर कैटेगरी में पदक जीता था. पहलवानों ने बर्मिंघम 2022 में भारत को 6 गोल्ड, 1 रजत और 5 कांस्य जीता था. वहीं इससे पहले 2018 में, भारत ने शूटिंग में सात स्वर्ण सहित 16 पदक जीते थे.
बता दें कि निशानेबाजी में एक खेल में भारतीय एथलीटों ने सबसे अधिक कुल 135 पदक जीते हैं जिसमें 63 स्वर्ण पदक शामिल हैं. जबकि कुश्ती में भारतीयों ने 49 स्वर्ण सहित कुल 114 जीते हैं.