बुधवार को शारजाह में खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की और इसके साथ ही भारत इस टूर्नामेंट से बाहर हो गया. इससे पहले टीम इंडिया को सुपर 4 में श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी थी. किसी को अंदाजा भी नहीं था कि पिछले 2 सीजन की विजेता रही टीम इंडिया फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाएगी.
आज हम आपको वो तीन कारण बताने वाले हैं जिसकी वजह से टीम इंडिया सबसे मजबूत दावेदार होते हुए भी इस बार एशिया कप में असफल रही.
1. अनुभवी गेंदबाजों की कमी
टीम इंडिया इस बार सिर्फ 3 तेज गेंदबाजों के साथ टूर्नामेंट में उतरी थी. पूरे टूर्नामेंट में जसप्रीत बुमराह, हर्षल पटेल और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाजों की कमी महसूस हुई. डेथ ओवरों में लगभग सभी गेंदबाज असफल रहे चाहे वो अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ही क्यों न हो. हार्दिक को चौथे गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल करने की रणनीति काम नहीं आई.
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2. बल्लेबाजी का रवैया
इस बार के एशिया कप में बल्लेबाजी हर का बड़ा कारण रही. कोई भी बल्लेबाज भरोसेमंद नहीं दिखा. एक तरफ जहां ओपनर्स बड़ा स्कोर बनाने में फेल हुए तो वहीं मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज भी अपने गलत शॉट्स और आक्रामक रवैये के कारण भारतीय पारी को स्थिरता नहीं दे पाए और एक के बाद एक अपने विकेट खोते चले गए.
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3. प्लेइंग XI में लगातार प्रयोग
इस साल 20 से अधिक T20 मैच खेलने के बावजूद, भारत अभी तक अपनी बेस्ट प्लेइंग XI का फैसला नहीं कर पाया है और लगभग हर दौरे में प्रयोग किए जा रहा है. एशिया कप के दौरान भी ऐसे प्रयोग देखने को मिले जिसका नतीजा सही नहीं रहा. दीपक हूड्डा को बहुत नीचे बल्लेबाजी करने भेजा गया. वहीं ऋषभ को कार्तिक और हूड्डा के ऊपर मौके दिए गए. इन प्रयोगों का असर टीम के स्कोर पर भी पड़ा.