भारत में अधिकांश जगहों पर सेनेटरी कचरे को बाकी कूड़े के साथ ही फेंक दिया जाता है. सेनेटरी उत्पादों को यूं फेंकना ना केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि कचरा उठाने वालों की सेहत के लिए भी नुकसानदेह है. चंडीगढ़, भारत के चुनिंदा शहरों में है जहां कचरा अलग करने की व्यवस्था बनी हुई है. इसे शुरू हुए कुछ महीने ही हुए हैं, लेकिन असर साफ दिखता है.