इमारतें बनाने में कितना समय लगता है, यह सब जानते हैं. लेकिन अब जर्मनी में ऐसा तरीका अपनाया जा रहा है जिससे यह काम दोगुनी रफ्तार से होता है. इसमें कोई इमारत ईंट दर ईंट नहीं, बल्कि मॉड्यूल दर मॉड्यूल बनती है.