दुनियाभर में हर साल करीब दो अरब टन कूड़ा निकलता है. जीरो-वेस्ट आंदोलन के तहत चीजों के कम या बार-बार इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है, जिससे प्रकृति का संरक्षण हो और प्रदूषण भी कम हो.