Car Seat Belt : न्यूटन का पहला नियम (Newton's First Law) कहता है कि जब चलती गाड़ी अचानक से रुकती है तब गाड़ी में बैठा इंसान आगे की तरफ गिरता है जो चोट लगने का कारण बनता है. स्कूल में पढ़ा था लेकिन अब हम सब भूल गए. कार की आगे की सीट पर बेल्ट ( Car Seat Belt) लगाना तो अनिवार्य है ही लेकिन शायद ही कुछ लोग होंगे जो कार में पीछे की सीट पर बैठते समय भी सीट बेल्ट पहनते हैं. लेकिन संभव है कि अब ये By choice नहीं अनिवार्य हो जाये. जुर्माने से बचने के अलावा सीट बेल्ट के कई और ऐसे बेहतरीन फायदे हैं जिनपर आपने शायद ही कभी गौर किया हो. चलिये बताते हैं.
अगर कार स्किड या स्पिन होती है तो सीट बेल्ट आपको सीट पर होल्ड करने में मदद करता है जिससे आप गाड़ी को वापस कंट्रोल कर सकते हैं.
जो लोग गाड़ी में सीट बेल्ट नहीं लगाते वो एक्स्सीडेंट होने पर गाड़ी की खिड़की से बाहर गिर सकते हैं जिससे गंभीर चोट लग सकती है.
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सीट बेल्ट कमर और कंधे पर लगती है जो आपके सिर, चेस्ट और पेट को सुरक्षित रखने में मदद करती है. साथ ही ब्रेन इंजरी और रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से भी सीट बेल्ट बचाती है.
कई गाड़ियों में एयरबैग तभी खुलते हैं जब आपने सीट बेल्ट लगा रखी हो नहीं तो एयरबैग नहीं खुलते जिससे एक्सीडेंट होने पर इंजरी हो सकती है.
सीट बेल्ट नहीं लगाने पर कई इंश्योरेंस कंपनियां क्लेम रिजेक्ट कर देती हैं फिर चाहे वो पर्सनल इंजरी का इंश्योरेंस हो या गाड़ी का.
तो अब समझे, कि गाड़ी में सीट बेल्ट लगाना सिर्फ चालान से ही नहीं बचाता बल्कि आपकी ज़िंदगी भी बचाता है.