Vishwakarma Puja 2022: सृष्टि के वास्तुकार कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की जयंती (Vishwakarma Jayanti) अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. इसे विश्वकर्मा पूजा भी कहते हैं. इस साल विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को मनाई जा रही है. भगवान विश्वकर्मा की पूजा औज़ारों, मशीनों, दुकानों, कारखानों, गैरेज आदि के रूप में की जाती है.
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पहला मुहूर्त- सुबह 07:39 बजे से सुबह 09:11 बजे तक
दूसरा मुहूर्त- दोपहर 01:48 बजे से दोपहर 03:20 बजे तक
तीसरा मुहूर्त- दोपहर 03:20 बजे से शाम 04:52 बजे तक
विश्वकर्मा जयंती के दिन सबसे पहले अपने काम में आने वाली मशीनों की सफाई करें. फिर स्नान करके भगवान विष्णु और विश्वकर्माजी की प्रतिमा की विधिवत पूजा करें. भोग के लिए ऋतुफल, मिष्ठान, पंचमेवा और पंचामृत बना सकते हैं.
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