22 जनवरी को पूरा देश भगवान राम के स्वागत में जुटा होगा. इस दिन भव्य राम मंदिर का उद्धाटन है. आज से करीब 4 साल पहले 2020 में राम मंदिर भूमि पूजन हुआ था. आज 4 साल बाद 22 जनवरी को हजारों की संख्या में भीड़ जुटने की उम्मीद है. राम मंदिर की शान इसके वास्तुशिल्प से है. इसलिए यह मंदिर कई मायनों में बेहद खास है. चलिए जानते हैं राम मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
राम मंदिर भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है और यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर है. यह मंदिर 3 मंजिला है, जिसमें हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट है.
इस मंदिर को अहमदाबाद के सोमपुरा परिवार ने बिना स्टील और लोहे के बनाया है. यह मंदिर नागर शैली में पत्थरों से बनाया है. इस मंदिर की बनावट में श्री राम लिखी हुई ईटों का इस्तेमाल किया गया है. इन ईटों को राम शिलाएं भी कहा जाता है.
इस मंदिर के मुख्य गर्भगृह में राम भगवान का बालरूप होगा और पहली मंजिल पर राम दरबार होगा.मुख्य मंदिर में 5 मंडप हैं, जिन्हें नृत्य, रंग, सभा, प्रार्थना और कीर्तन कहा जाएगा.
राम मंदिर की नींव रखने के लिए गंगोत्री, हल्दीघाटी, चित्तौड़गढ़ और केदारनाथ जैसे 2,527 पवित्र स्थानों की मिट्टी इकठ्ठा की गई है.
साथ ही, 150 से ज्यादा नदियों का पानी लिया गया है, जिसमें भारत की 8 नदियां, 3 समुद्र और श्रीलंका के 16 पवित्र नदियों के साथ मानसरोवर का पानी भी शामिल है.
मंदिर के 2,000 फीट नीचे टाइम कैप्सूल भी रखी गई है, जिसका मकसद श्री राम जन्म भूमि अयोध्या और मंदिर की पहचान को सुरक्षित रखना है.
यह भी देखें: Eco Friendly Ram Mandir: कमाल की कलाकारी, न्यूजपेपर से बना दी भगवान राम की बड़ी सी इको फ्रेंडली मूर्ति