भारत में माघ मेले की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन होती है. यह मेला भारत के तीर्थ स्थलों पर मनाया जाता है. यह एक भव्य मेला होता है, जो नदी और सागर किनारे लगता है. ऐसे में यहां नहाना शुभ माना जाता है. चलिए जानते हैं माघ मेले की खासियत के बारे में.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक माघ मेले में संगम तट पर नहाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन आम लोगों से लेकर साधु-संत तक, सभी लोग त्रिवेणी संगम में स्नान करते हैं.
बता दें कि प्रयागराज में गंगा,यमुना,और सरस्वती नदी के सगंम को त्रिवेणी कहा जाता है. माघ मेले की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन होती है और अंत महाशिवरात्रि पर होता है.
बता दें कि माघ मेले में स्नान के लिए तिथियां होती हैं. इस बार की तिथियां कुछ इस अनुसार हैं-
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