हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का का खास महत्व होता है. पंचांग के अनुसार, साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथियां होती हैं. इन्हीं में से एक है ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा. चलिए जानते हैं कब है ज्येष्ठ पूर्णिमा और इस दिन क्या करना चाहिए.
इस साल 22 जून, दिन शनिवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा है. इस दिन मां लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा की जाती है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर नहाएं. इसके बाद मां लक्ष्मी की पूजा करें. इस दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं. माना जाता है कि माता लक्ष्मी को खीर बेहद प्रिय है. साथ ही, इसका संबंध चंद्रमा से भी है, क्योंकि खीर चावल से बनाई जाती है और हिंदू धर्म में चावल को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना चाहिए. माना जाता है कि गंगा नदी में डुबकी लगाने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और लोगों को उनके पाप से मुक्ति मिल जाती है. इसलिए इस दिन गंगा स्नान करें.
ज़रूरतमंदों को चीज़ें दान में देनी चाहिए. दान करना एक अच्छा काम माना जाता है. खासतौर पर किसी विशेष दिन जैसे तीज-त्योहार पर दान करना चाहिए. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य करने से भी लाभ मिलता है. इस दिन आप गरीबों को पैसा, कपड़ा और खाने जैसी चीजें दान में दे सकते हैं.
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