Holi 2024: होली रंगों का त्योहार है और ब्रज में होली का त्योहार बंसंत पंचंमी के दिन से ही शुरू हो जाता है और 40 दिन तक यह त्योहार मनाया जाता है. बंसंत पंचंमी के दिन से ही श्री कृष्ण को रंग लगाया जाता है. चलिए जानते हैं इस साल कब है होली और कैसे हुई होली की शुरुआत.
होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है. इस साल होली का त्योहार 25 मार्च को है.
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त?
होलिका दहन 24 मार्च को होगा, जिसे छोटी होली भी कहा जाता है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 07: 19 से 10:38 तक रहेगा.
ब्रज की होली दुनिया भर में मशहूर है. बसंत पंचमी के दिन से ब्रज में होली खेली जाती है. माना जाता है कि जब श्री कृष्ण अपनी मां से राधा के गोरे होने के कारण रोते थे, तो उनकी मां देवकी ने उन्हें राधा पर रंग डालने के लिए कहा था और इस तरह ब्रज की होली का जन्म हुआ.
ब्रज में आज भी कई जगहों पर अलीगढ़ के टेसू फूलों से बने रंगों की होली मनाने की परंपरा है.इसके अलावा, लट्ठमार और लड्डुओं की होली भी बेहद प्रसिद्ध है.
लट्ठमार होली: लट्ठमार होली में महिलाएं अपनी पति को डंडों से मारती हैं और ढाल से अपने आप को बचाते हैं. यह ब्रज की सबसे प्रसिद्ध होली में से एक है.
लड्डुओं की होली: बरसाना में आज भी लड्डू होली का आयोजन किया जाता है. यह लट्ठमार होली से एक दिन पहले खेली जाती है.
टेसू फूलों के रंगों की होली: कहा जाता है कि कृष्ण और राधा टेसू के फूलों से बने रंगों से होली खेलते थे. इसलिए आज भी ब्रज के कुछ हिस्सों में अलीगढ़ के टेसू फूलों के रंगों से होली मनाई जाती है.
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