इस साल 31 मार्च को ईस्टर संडे मनाया जाएगा. यह दिन ईसाई धर्म के लोगों के लिए खास महत्व रखता है. ईस्टर का दिन प्रभु यीशु से जुड़ा है. चलिए जानते हैं क्या है ईस्टर और इस दिन क्या किया जाता है.
गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. इसके तीन दिन बाद यानी रविवार को ईसा मसीह का दोबारा जन्म हुआ था. ऐसे में यह दिन ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाने लगा.
ईसाई धर्म के लोग इस दिन चर्च जाकर प्रभु यीशु को याद करते हैं. इस दिन चर्च में मोमबत्ती जलाने का रिवाज़ है. इस दिन लोग एक-दूसरे को ईसा मसीह के दोबारा जीवित होने की खुशी पर बधाई देते हैं.
हर साल ईस्टर की डेट बदलती रहती है. इस साल ईस्टर का दिन अन्य साल के मुताबिक जल्दी पड़ रहा है.
Almanac.com के अनुसार, ईस्टर का पता पास्कल मून से होता है, जो मार्च या स्प्रिंग के बाद पहली पूर्णिमा होती है. ईस्टर की डेट लुनर साइकिल निर्भर करती है, जिसके कारण यह बदलती रहती है.
यह भी देखें: Good Friday 2024: शुक्रवार को ही क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें कारण