Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि के दौरान देश में अलग अलग जगहों पर पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है और पूरे विधि विधान से उनकी पूजा की जाती है. नवरात्रि के अंतिम चार दिन बेहद खास माने जाते हैं. नवरात्रि के सातवें दिन यानि महा सप्तमी से महा पूजा की शुरुआत होती है.
महासप्तमी दुर्गा पूजा का पहला दिन होता है और इस दिन नवपत्रिका पूजन किया जाता है. नवपत्रिका पूजा में अलग अलग पेड़ से नौ पत्ते लेकर गुच्छा बनाया जाता है और इन नौ पत्तों को देवी का अलग अलग रुप मानकर मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है. नवपत्रिका को सूर्योदय से पहले पवित्र नदी में स्नान कराया जाता है. इस स्नान को ही महास्नान कहते हैं.
नवरात्रि का सातवां दिन 21 अक्टूबर को होगा. इसलिए 21 अक्टूबर को नवपत्रिका पूजा की जाएगी.
दुर्गा पूजा में महा सप्तमी के दिन नवपत्रिका या नबपत्रिका पूजा का विशेष महत्व है. नवपत्रिका का इस्तेमाल दुर्गा पूजा में होता है और इसे महासप्तमी के दिन पूजा पंडाल में रखा जाता है. बंगाल में इसे कोलाबोऊ पूजा के नाम से भी जाना जाता है.