Diwali 2023: चीनी से बने खिलौनों का अपना ही ज़ायका है. खासकर दिवाली पर रोशनी, तोहफे और मिठाइयों के अलावा खील-खिलौनों बचपन की याद दिलाते हैं. चीनी से बने हाथी, घोड़े और दूसरे खिलौने के आकार की मूर्तियों की परंपरा सदियों से चली आ रही हैं.
दिवाली में चीनी से बने इन खिलौनों का विशेष महत्व होता है. मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा में इसका इस्तेमाल होता है. खील बताशों के साथ लक्ष्मी पूजन में इसका प्रसाद चढ़ाया जाता है.
एक से बढ़कर एक आकार की चीनी खिलौने लोगों को, खासकर बच्चों को काफी आकर्षित करती हैं. चीनी के इन खिलौनों को चाशनी से तैयार किया जाता है. चाशनी को अलग-अलग सांचे में डालकर मनपसंद आकार दिया जाता है. हालांकि, अब इसकी पॉपुलैरिटी कम हो गई है जिसकी वजह से बाजारों में बेहद कम ही देखने को मिलती हैं.