हिंदू धर्म में बुध प्रदोष व्रत का खास महत्व है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. माना जाता है कि भोलेनाथ जीवन के हर दुखों को दूर कर देते हैं. इसलिए इस दिन कुछ काम करने चाहिए.
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 19 जून बुधवार को सुबह 07 बजकर 28 मिनट से शुरू होगी. वहीं, अगले दिन 20 जून गुरुवार को सुबह 07 बजकर 49 मिनट पर इसका समापन होगा. ऐसे में 19 जून को बुध प्रदोष व्रत रखा जाएगा.
ज्योतिष के अनुसार इस दिन शिव पूजा के लिए शुभ समय शाम का होता है. इसलिए इस दिन सूर्यास्त होने के बाद पूजा करें. वहीं, 8 बजे पूजा का समय शुभ है.
इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. ऐसे में शिव प्रदोष स्तोत्र का पाठ करें. साथ ही, 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें. इन मंत्रों का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न हो जाएंगे.
भोलेनाथ का अभिषेक किया जाता है. यह एक प्राचीन हिंदू पंरपरा है. आप भगवान शिव का दूध, दही और शहद से अभिषेक कर सकते हैं. इसलिए इस दिन भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करने के बाद अभिषेक करना न भूलें.
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