गर्मी में लस्सी पीने का मज़ा ही अलग है. ज्यादातर लोग खाने के साथ लस्सी पीते हैं. लस्सी दूध से बनाई जाती है, जिसमें ड्राई फ्रूट्स भी डाले जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को लस्सी पीने से परहेज़ करना चाहिए. चलिए जानते हैं लस्सी कब पीनी चाहिए.
ज्यादातर लोग खाने के बाद लस्सी पीना पसंद करते हैं. लस्सी मीठी होती है, जिसके कारण शुगर लेवल बढ़ सकता है. लस्सी फुल फैट दूध से बनाई जाती है और मीठी होती है, जिसके कारण बॉडी में शुगर लेवल बढ़ सकता है. इसलिए डायबिटिज के मरीज़ों को लस्सी नहीं पीनी चाहिए.
गर्मी के दौरान बॉडी को हाइड्रेटेड और पेट को ठंडा रखने के लिए लस्सी पी जाती है. लस्सी में दूध और चीनी होती है, जो कैलोरी इनटेक को अफेक्ट कर सकता है. ऐसे में अगर आप रोजाना लस्सी पीएंगे, तो इसके कारण आपका वजन बढ़ सकता है.
दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टोज पाया जाता है, जिसे पचाने में कई लोगों को परेशानी होती है. ऐसे में लैक्टोज इंटॉलरेंट वाले लोगों को लस्सी नहीं पीनी चाहिए. इसके कारण ब्लोटिंग, गैस, और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
लस्सी पीने से सर्दी-जुकाम हो सकता है, क्योंकि लस्सी की तासीर ठंडी होती है. खासतौर पर रात के दौरान लस्सी नहीं पीनी चाहिए.
खाने और पीने का एक सही समय होता है. लस्सी पीने का सही समय सुबह है. आप नाश्ते के साथ लस्सी पी सकते हैं. लस्सी को डाइजेस्ट करने में टाइम लगता है.
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