हैदराबाद के एक शख्स को हाल ही में 'स्माइल डिजाइनिंग' प्रक्रिया से गुजरने के बाद अपनी जान गंवानी पड़ी. 28 साल के शख्स की 16 फरवरी को हैदराबाद के एक क्लिनिक में कथित रूप से एनेस्थीसिया के ओवरडोज से मौत हो गई.
स्माइल डिज़ाइन एक कॉस्मेटिक दंत प्रक्रिया है जो दांतों की खामियों को ठीक करती है और आपके डेंटल हेल्थ को बहाल करती है. इसमें एक अनुकूलित उपचार शामिल है जो एक सीधी, सफ़ेद और प्राकृतिक दिखने वाली मुस्कान देता है. आइए इस प्रक्रिया के बारे में और जानें
जो लोग बेहतर मुस्कान की तलाश में हैं वे 'स्माइल डिजाइनिंग' प्रक्रिया से गुजरते हैं. इसमें डेंटल वेनीर्स, कंपोजिट बॉन्डिंग, दांतों को सफेद करना और दांत ट्रांसप्लांट जैसी कुछ प्रक्रियाएं शामिल हैं
यह आपके दांतों को सफेद बनाने में मदद कर सकता है और दाग वाले दांतों को जवां, शाइनिंग और सही शेप का बना सकता है. अगरकोई दांत गायब है तो इसमें दांत प्रत्यारोपण भी शामिल है.
यह ट्रीटमेंट आपके होठों और गालों पर भी फोकस, जिससे वो भरे हुए और बड़े दिखते हैं. दांतों का रंग खराब, कटे या टूटे हुए दांत, गलत संरेखित दांत, चिपचिपी मुस्कान और गायब दांत वाले लोग आमतौर पर इस सर्जरी का विकल्प चुनते हैं.
एनेस्थीसिया श्वसन (सांस लेने) प्रणाली को दबा सकता है. अधिक मात्रा से गंभीर श्वसन अवसाद हो सकता है. इससे आपके शरीर की ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो जाएगी. यह हृदय प्रणाली को भी प्रभावित करता है क्योंकि इसकी अधिक मात्रा से रक्तचाप और हृदय गति कम हो जाती है.
अधिक एनेस्थीसिया सेंट्रल नर्वस सिस्टम को भी दबा सकता है, जिससे लंबे समय तक बेहोशी, भ्रम या यहां तक कि कोमा भी हो सकता है.
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