H9N2 Bird Flu: हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने मेक्सिको में बर्ड फ्लू से होने वाली पहली मौत की पुष्टि की थी, अब WHO ने भारत में एवियन इन्फ्लुएंजा ए (H9N2) वायरस से वेस्ट बंगाल के 4 साल के बच्चे को इन्फेक्शन होने के बारे में बताया है. आइये जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण व बचाव क्या हैं.
इंडियन एक्सप्रेस को बताते हुए गुरुग्राम के पारस हेल्थ डॉ मनीष मन्नान ने कहा कि यह पक्षियों को संक्रमित करता है, लेकिन कभी-कभी इंसानों में बीमारी का कारण बन सकता है. यह वायरस पहली बार 1990 के दशक में एशिया में पहचाना गया था और अब कई देशों में फैल चुका है.
H9N2 वायरस के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
बुखार
खांसी
गले में खराश
नाक बहना या बंद होना
सिरदर्द
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
थकान
कुछ मामलों में, यह निमोनिया जैसी गंभीर सांस से संबंधित समस्याओं का कारण भी बन सकता है, खासकर कमजोर इन्यूनिटी वाले व्यक्तियों में.
स्वच्छता का ध्यान रखें: हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं. हाथों को साफ करने के लिए अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
पक्षियों से दूरी बनाए रखें: संक्रमित पक्षियों के कॉन्टेक्ट में आने से बचें. अगर आप पोल्ट्री फार्म या बाजार में काम करते हैं, तो प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट पहनें.
अच्छी तरह से पका हुआ खाना खाएं: चिकन और अंडों को अच्छी तरह से पकाएं, ताकि किसी भी वायरस को नष्ट किया जा सके.
वैक्सीनेशन: अगर आप हाई-रिस्क एरिया में रहते हैं या काम करते हैं, तो इन्फ्लूएंजा का टीका लगवाएं, हालांकि यह सभी प्रकार के एवियन फ्लू से बचाव नहीं करता.
डॉक्टर से सलाह लें: अगर आप फ्लू जैसे लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और जरूरत पड़े तो दवाइयों का सेवन करें.
H9N2 वायरस से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता जरूरी है. साफ सफाई और फूड मैनेजमेंट के साथ, आप अपने और अपने परिवार को इस वायरस से सुरक्षित रख सकते हैं.
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