Atishi on Hunger Strike: दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को भूख हड़ताल के बाद उनकी हेल्थ बिगड़ने के बाद 25 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी पार्टी के एक बयान के अनुसार, उनका ब्लड शुगर लेवल गिर गयाय. आइए जानते हैं कि जब हम पूरी तरह से फास्ट करते हैं तो हमारे शरीर में क्या होता है.
डॉ. पूजा पिल्लई ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए बताया कि फास्ट करने से तेजी से वजन घट सकता है, लेकिन इसके साथ ही कई नकारात्मक असर भी हो सकते हैं. भूख हड़ताल के दौरान शरीर को जरूरी पोषक तत्व और एनर्जी नहीं मिल पाती है, जिससे कई हेल्थ समस्याएं हो सकती हैं-
ब्लड शुगर लेवल का गिरना: जब हम लंबे समय तक कुछ नहीं खाते हैं, तो शरीर में ग्लूकोज की कमी हो जाती है. इससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से गिरता है, जो चक्कर आना, कमजोरी और यहां तक कि बेहोशी का कारण बन सकता है.
सिरदर्द: भूख हड़ताल के दौरान अक्सर सिरदर्द की समस्या होती है. यह ब्लड शुगर लेवल के गिरने और डीहाइड्रेशन के कारण हो सकता है.
गैस्ट्रिक समस्याएं: बिना खाने के लंबे समय तक रहने से पेट में एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है, जिससे पेट में दर्द और जलन होती है.
डीहाइड्रेशन: फास्टिंग के दौरान पर्याप्त पानी न पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डीहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो सकती है.
इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस: शरीर में सोडियम, पोटैशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ सकता है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन और बाकि गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
डॉ. पिल्लई ने यह भी कहा कि भले ही हमारा शरीर लंबे समय तक खाने के बिना जिंदा रह सकता है लेकिन यह बॉडी टाइप पर डिपेंड करता है. इसलिए फास्टिंग डॉक्टर से सलाह लेकर ही करनी चाहिए.
यह भी देखें: बाहुबली एक्टर Anushka Shetty को हुई 'हंसने की बीमारी', जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ