ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों और अडल्ट्स में हाईपरटेंशन की बीमारी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. चलिए जानते हैं क्या कहती है स्टडी.
एम्स के सेंटर ऑफ कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ सुमित मल्होत्रा ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कई सर्वे किए जा रहे हैं, जिनमें पाया जा रहा है कि 10-19 साल के 15 -20 प्रतिशत और अडल्ट्स इस बीमारी का शिकार हैं. उनकी उम्र में हाईपरटेंशन नॉर्मल से ज्यादा है. इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि सर्वे में यह भी पता चला कि ब्लड प्रेशर के बारे में लोग कम जागरूक हैं.
हाइपरटेंशन एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें ब्लड का फोर्स अर्टरी वॉल्स के खिलाफ ज्यादा होता है. आमतौर ब्लड प्रेशर 140/90 होता है, लेकिन अगर यदि 80/120 से ज्यादा है, तो यह नॉर्मल नहीं है.
अकसर हाई ब्लड प्रेशर के कोई लक्षण नहीं होते हैं. समय के साथ, अगर इलाज न किया जाए, तो यह हार्ट डिजीज और स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बनॉ सकता है.
हाइपरटेंशन को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में कम नमक वाली चीजें शामिल करें. इसके अलावा, हेल्दी फूड खाएं. रोजाना एक्सरसाइज करने से भी फायदा होगा.
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