Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर्व के बड़े धूम धाम से मनाया जाता है. 19 सितंबर से शुरु हो रहे इस पर्व की तैयारियां शुरु हो चुकी है.
इस कड़ी में देश के अलग-अलग हिस्सों में कई तरीके के गणेश भगवान की मूर्तियां बनाई जा रही हैं. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का एक परिवार भी मूर्तियां बनाने का काम करते हैं और वो पिछले 5 साल से इको-फ्रेंडली मूर्तियां बना रहे हैं.
उन्होंने बताया कि वह केमिकल की जगह मिट्टी, दूध और 5 तरह के अनाज का इस्तेमाल कर मूर्तियां बनाते हैं, ताकि विसर्जन करने पर मछलियों को कोई भी नुकसान न पहुंचे और इसके साथ लोग भी केमिकल से दूर रह सकें.
जब इन मूर्तियों का विजर्सन किया जाता है तब मूर्तियों की मिट्टी पानी में बह जाती है और अनाज को मछलियां खा लेती हैं.
बता दें कि इस साल गणेश महोत्सव (Ganesh Mahotsav) 19 सितंबर से शुरू हो रहा है और 28 सितंबर को इसका समापन होगा. गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) 10 दिनों तक अपने भक्तों के बीच विराजमान रहते हैं.