Ghevar in Monsoon: सावन के महीने में तीज और रक्षाबंधन का त्योहार आता है और इन त्योहारों पर जो मिठाई खाई जाती है उनमें से एक है घेवर. लेकिन आपने ये ज़रूर नोटिस किया होगा कि मॉनसून के समय ही घेवर बाज़ारों में दिखाई देता है और बाकि समय नहीं. ऐसा क्यो होता है? चलिए जानते हैं.
मौनसून में लोगों के शरीर में ड्राईनेस और एसिडिटी हो जाती है और घेवर को खूब सारे घी में बनाया जाता है. घेवर शरीर से ड्राईनेस दूर करने में मदद करता है.
इसके अलावा बारिश के मौसम में दूध और दूध से बनी चीज़ों का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे पाचन समस्याएं हो सकती हैं. ट्रेडिशनल घेवर को सिर्फ मैदे, चीनी और पानी से बनाया जाता है, जो इस मौसम में खाने के लिए पर्फेक्ट होता है.
दूसरी बात ये है कि इस मौसम में नमी बढ़ जाती है और दूसरी मिठाइयां खराब होने लगती हैं, लेकिन घेवर एक ऐसी मिठाई है जिसका स्वाद नमी के साथ और बढ़ जाता है. अगर घेवर में खोया ना लगाया जाए तो इसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
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