Apple Juice or Alcohol: हममें से कई लोगों को सेब का जूस पीना बहुत पसंद होता है. हालांकि, 'द डायरी ऑफ़ ए सीईओ' पॉडकास्ट का एक वीडियो क्लिप इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक पूर्व न्यूरोएंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ रॉबर्ट लस्टिग का दावा है कि आजकल बच्चों को फैटी लिवर की बीमारी तब भी हो रही है जबकि वह शराब का सेवन नहीं करते.
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह सेब का जूस पीते हैं जो शराब की तरह ही मेटाबोलाइज़ होता है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेब का जूस और शराब अपनी अलग-अलग कंटेंट की वजह एक तरह से ही हेल्थ पर असर डालते हैं. हालांकि, इसमें मौजूद हाई शुगर कंटेंट एक चिंता का विषय हो सकता है, खासकर अगर इसे बार-बार या ज्यादा मात्रा में पिया जाए.
फाइबर का स्रोत: सेब में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन को बेहतर बनाने और कब्ज से बचाने में मदद करता है. जूस में फाइबर कम हो जाता है.
शुगर कंट्रोल: पूरा सेब खाने से शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. जूस पीने से शुगर तेजी से बढ़ सकती है.
कैलोरी कम: सेब खाने से आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं क्योंकि यह ज्यादा सैटिस्फाईंग होता है और ओवरईटिंग से बचाता है.
न्यूट्रिएंट्स की प्रिजर्वेशन: पूरा सेब खाने से उसके सारे पोषक तत्व बरकरार रहते हैं जो जूस बनाने की प्रक्रिया में कम हो सकते हैं.
एंटीऑक्सिडेंट्स: सेब के छिलके में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और जूस में ये कम हो जाते हैं.
इसलिए, सेब का जूस पीने की बजाय पूरा सेब खाना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है.
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