क्या आप जानते हैं कि बुर्का, हिजाब, नकाब ( Burqa, Niqab and Hijab ) में क्या फर्क है? दुनिया के अलग अलग देशों में इन सभी का कई रूप में चलन दिखाई देता है. आइए जानते हैं इन तीनों को...
हिजाब: हिजाब ( Hijab ) का ताल्लुक कपड़े के लिए नहीं, बल्कि एक पर्दे से है. ये पर्दा, औरतों और आदमियों के बीच होता है. कुरान में, मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों, दोनों को शालीन कपड़े पहनने के लिए कहा गया है. खास तौर से युवा लड़कियां हिजाब पहनती हैं. युवा लड़कियां इसे अपने सिर और गर्दन पर बांधती हैं. इसके जरिये वे अपने सिर के बाल, कान और गर्दन को कवर करती हैं. लड़कियां, सलवार कुर्ती के साथ-साथ जींस पर भी इसे खूब पहनती हैं.
नकाब: चेहरा छिपाने के लिए जिस कपड़े का इस्तेमाल होता है, उसे नकाब ( Niqab ) कहते हैं. इसमें सिर पूरी तरह से ढका हुआ होता है. नकाब का काम होता है सिर, चेहरा ढकना और सिर्फ आंखों को खुला रखना. नकाब का यह कपड़ा औरतों के गले और कंधों को ढकते हुए सीने तक फैला होता है. अक्सर, यह काले रंग का कपड़ा ही होता है, जिसे पिन या हुक की मदद से ओढ़ा जाता है.
बुर्का: मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले काले लबादे जैसी पोशाक को बुर्का ( Burqa ) कहा जाता है. दरअसल, बुर्का, नकाब का ही अगला स्तर है. जहां नकाब में आंखों के अलावा पूरा चेहरा ढका होता है, वहीं बुर्के में आंखें भी ढकी होती हैं. आंखों के सामने या तो जाली बनी होती है या हल्का कपड़ा होता है, जिससे आर-पार दिखाई दे. इसके साथ ही पूरे शरीर पर एक बिना फिटिंग वाला लबादा होता है.
इसके अलावा, पहनावे के और भी कुछ तरीके हैं, जिनें अल-अमीरा, अबाया और दुपट्टा कॉमन है. अल-अमीरा, दो कपड़ों का सेट होता है. एक कपड़े को टोपी की तरह सिर पर पहना जाता है. दूसरा कपड़ा थोड़ा बड़ा होता है जिसे सिर पर लपेटकर सीने पर ओढ़ा जाता है. वहीं, अबाया वह पोशाक होती है जिसे भारत में बुर्का कहते हैं. अबाया में चेहरा खुला रहता है, लेकिन बाकी शरीर ढका रहता है.
दुपट्टा, भारत और पाकिस्तान में कमोबेश हर धर्म में इस्तेमाल होता है. पाकिस्तान और भारत में सलवार-कमीज के साथ मुस्लिम औरतें सिर ढकने के लिए दुपट्टे का इस्तेमाल भी भी करती हैं. हालांकि, सिख धर्म और हिंदू धर्म में इसका खूब इस्तेमाल होता है.
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