Lab Grown Diamond: इस बार के बजट में एक ऐसी चीज़ का ज़िक्र किया गया जिसके बारे में काफी चर्चा हो रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 के बजट में Lab Grown Diamond यानि कि लैब में तैयार हीरों के बारे में बात की. उन्होंने इन हीरों को बनाने में इस्तेमाल होने वाले कार्बन सीड्स पर कस्टम ड्यूटी कम करने की छूट दी है.
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सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ये भी कहा कि लैब ग्रोन डायमंड टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और रोजगार को बढ़ावा देने वाला सेक्टर है. इसपर और ज्यादा रिसर्च के लिए IIT को पांच साल का ग्रांट दिया जाएगा. तो चलिये बताते हैं कि लैब में तैयार हीरे होते क्या हैं?
जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है, ये हीरे लैब में बनाये जाते हैं. इन हीरों को डीटेल्ड टेकनीक के साथ तैयार किया जाता है और ये दिखने में भी बिलकुल असली हीरे की तरह ही होते हैं. लैब ग्रोन डायमंड्स असल में CVD (Chemical Vapour Deposition) कहलाते है. हालांकि, ये हीरे असली हीरों की तरह उतने टिकाऊ नहीं होते और ये सफेद, नीलम, YAG या Moissanite जैसे डायमंड स्टीमुलेंट्स से बने होते हैं.
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