शी जिनपिंग (Xi Jinping) रिकॉर्ड तोड़ तीसरी बार चीन के सबसे पावरफुल नेता का पद संभाल लिया. वह चीन की सबसे ताकतवर पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) के महासचिव (General Secretary) चुने गए हैं. बता दें कि चीन में सत्ता का असली चेहरा पार्टी का पोलित-ब्यूरो और इसकी स्टैंडिंग कमेटी को माना जाता है. स्टैंडिंग कमेटी का मुखिया जनरल सेक्रेटरी होता है, यही जनरल सेक्रेटरी, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का चेयरमैन और चीन का राष्ट्रपति (China's President) होता है.
सीपीसी की नई टीम में जिनपिंग ने सारे विरोधियों को हटा दिया है और अपने भरोसेमंद लोगों को एंट्री दी है. उन्होने कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का पद रविवार को ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में पार्टी के सप्ताह भर चलने वाले 20 वें राष्ट्रीय कांग्रेस में ग्रहण किया. इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा, "आपने मुझ पर जो भरोसा किया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी को ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं"
इससे पहले शनिवार को बैठक में पूर्व राष्ट्रपति हू जिन्ताओ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. जिन्ताहो राष्ट्रपति शी के बगल में बैठे थे. इस घटना का वीडियो भी सामने आया था. शी जिनपिंग ने अपने कट्टर विरोधी और देश के दूसरे नंबर के नेता प्रधानमंत्री ली कचीयांग को भी किनारा कर दिया था. ली को सेंट्रल कमिटी से बाहर कर दिया गया. ली को जिनपिंग का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. इस तरह शी अपनी राह में हर रोड़े को साइड कर तीसरी बार चीन का नेतृत्व करने जा रहे हैं.