भारत में कोरोना के XE वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक XE वेरिएंट के इस मामले की पुष्टि INSACOG द्वारा की गई. जीनोम सिक्वेंसिंग को मॉनिटर करने वाली संस्था न ने मंगलवार को जारी किए 25 अप्रैल के बुलेटिन में इस संक्रमण की पुष्टि की. हालांकि, इस बात का पता नहीं चल सका कि वेरिएंट का ये मामला देश के किस हिस्से से सामने आया है.
ये भी पढ़ें । Hijab Controversy: गाजियाबाद पहुंचा हिजाब विवाद, कॉलेज में प्रिंसिपल ने स्टूडेंट को निकाला बाहर
मंगलवार को जारी किए INSACOG के बुलेटिन में पाया गया कि पिछले सप्ताह की तुलना में 12 राज्यों में कोरोना केसों में वृद्धि देखी गई. वहीं 19 राज्यों में गिरावट दर्ज की गई. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि देश में अबतक मुट्ठीभर से कम रीकॉम्बीनेन्ट वेरिएंट्स का पता चला है. ये सभी भौगोलिक रूप से अलग-अलग क्षेत्रों से हैं जिनका कोई क्ल्स्टर फॉर्मेशन नहीं देखा गया है.
कोरोना का XE वेरिएंट पहली बार यूके में मिला था. WHO के मुताबिक XE वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब-लीनेज BA.1 और BA.2 से ही मिलकर बना है और इसकी संक्रामकता BA.2 से 10 प्रतिशत ज्यादा है. INSACOG की मानें तो भारत में अभी भी ओमिक्रॉन (BA.2) डोमिनेंट वेरिएंट है.