यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) यानी समान नागरिक सहिंता पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अपना अलग से एक ड्राफ्ट तैयार करेगा. यह ड्राफ्ट ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े लोग लॉ कमीशन के अध्यक्ष को अपना ड्राफ्ट देंगे. बताया जा रहा है कि शरीयत के ज़रूरी हिस्सों का इस ड्राफ्ट में ज़िक्र होगा.
इसके लिए बीती रात ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक बैठक बुलाई. करीब 3 घंटे चली इस बैठक में यूनिफॉर्म सिविल कोड के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की गई.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा था कि लोग अपने हितों को साधने के लिए कुछ लोगों को भड़का रहे हैं. समान नागरिक संहिता का अर्थ है देश के सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून होना, जो धर्म पर आधारित न हो.
पीएम मोदी के इस बयान के बाद सियासत गरमा गई. खासकर मुस्लिम नेताओं ने पीएम मोदी के बयान पर आपत्ति जताई. इसके बाद ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बीते मंगलवार की रात एक बैठक बुलाई. बैठक में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े सदस्यों ने हिस्सा लिया.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बोर्ड अपना एक ड्राफ्ट तैयार करेगा. इस ड्राफ्ट में शरीयत के ज़रूरी हिस्सों का ज़िक्र होगा. साथ ही विपक्ष से भी यूनिफार्म सिविल कोड के मुद्दे को मिलकर संसद में उठाने की गुज़ारिश की जाएगी.