केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन विधेयक, 2023 पर बोलते हुए कहा कि 'जो लोग कहते हैं कि धारा 370 हटने के बाद क्या हुआ? 5-6 अगस्त 2019 को उनकी (कश्मीरी) आवाज, जो सालों से नहीं सुनी गई थी, पीएम मोदी ने सुनी और आज उन्हें उनका अधिकार मिल रहा है'.
गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि 'कश्मीर में एक तरह से तीन युद्ध हुए हैं.साल 1947 में पाकिस्तान ने कश्मीर पर आक्रमण किया, इस दौरान 31,000 से अधिक परिवार विस्थापित हुए.गौरतलब है कि 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान 10,065 परिवार विस्थापित हुए थे. इसके साथ ही साल 1947, 1965 और 1969 के इन तीन युद्धों के दौरान कुल 41,844 परिवार विस्थापित हुए.ये बिल उन लोगों को अधिकार देने का, उन लोगों को प्रतिनिधित्व देने का एक प्रयास है'.
शाह ने पिछड़े वर्गों की बात करने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि अगर किसी पार्टी ने पिछड़े वर्गों का विरोध किया है और उनके विकास में बाधा बनी है, तो वह कांग्रेस है.उन्होंने कहा कि 'नरेंद्र मोदी एक गरीब परिवार में पैदा हुए और प्रधानमंत्री बने और वह पिछड़े वर्ग और गरीबों का दर्द जानते हैं. मोदी सरकार 2024 में सत्ता में लौटेगी और 2026 तक मुझे उम्मीद है कि 'जम्मू-कश्मीर में कोई आतंकवादी घटना नहीं होगी'.