देश में मोहब्बत की ढेरों कहानियां सुनी-सुनाई जाती हैं...शाहजहां (shah jahan) से लेकर दशरथ मांझी (dashrath manjhi) तक ने अपनी पत्नी की याद में असंभव को भी संभव बना दिया. किसी ने ताजमहल बनावा दिया तो किसी ने पहाड़ को काटकर सड़क बना दिया. मध्यप्रदेश के छतरपुर (Chhatarpur of Madhya Pradesh) में कुछ ऐसी ही दिलचस्प कहानी सामने आई है.
यहां एक शख्स अपनी पत्नी से इतनी मोहब्बत करता है कि उसने राधा-कृष्ण मंदिर बनवा दिया. जिसमें डेढ़ करोड़ रुपए खर्च हुुए हैं. इस मंदिर की नक्काशी मुस्लिम कारीगरों ने की है. अपनी पत्नी से बेइंतहां मोहब्बत करने वाला यह शख्स रिटायर्ड टीचर है जिनका नाम डॉ बीपी चौरसिया (BP Chaurasia) है. उन्होंने अपनी पत्नी की याद में भव्य राधा-कृष्ण मंदिर (Radha-Krishna Temple) बनवाने के लिए अपने जीवनभर की कमाई लगा दी है. ये मंदिर 28 मई को आम लोगों के लिए खुल जाएगा.
दरअसल डॉ बीपी चौरसिया बुंदेलखंड (Bundelkhand) के रहने वाले हैं. उनकी पत्नी का निधन नवंबर 2016 में हुआ था. उनकी पत्नी चाहती थी कि चित्रकूट (Chitrakoot) में राधा-कृष्ण का मंदिर बने. लेकिन डॉ चौरसिया ने न सिर्फ मंदिर बनवाया बल्कि उसे बेहद खूबसूरत रूप भी दिया. इस मंदिर को बनाने में उन्होंने 1.50 करोड़ रुपये खर्च किए.
इस मंदिर के निर्माण में रिटायर शिक्षक ने अपने जीवनभर की कमाई लगा दी है। मंदिर काफी खूबसूरत है. गौर से देखने पर संगमरमर के पत्थरों पर विशेष कला की नक्काशी नजर आती है. मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के मुस्लिम कलाकारों को बुलाया गया. डेढ़ करोड़ की लागत से बना यह मंदिर प्रेम और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बन संपूर्ण जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.