वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत भूकंप(Earthquake) के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र (sensitive area)है, बावजूद इसके हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे यहां हर दिन कई छोटे-छोटे भूकंप आते हैं. इसके कारण ट्रिपल जंक्शन के बीच एकत्र हुआ दवाब निकल जाता है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (Ministry of Earth Sciences)के अनुसार, भारत का 59 प्रतिशत भूभाग भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है.
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विशेषज्ञों ने किया भारत के लिए राहतभरा दावा किया है.
बता दें कि डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स (Dutch researcher Frank Hogerbeets) ने दावा किया था कि ' भूकंप की अगली पंक्ति' में एशियाई देश हैं, तुर्की और सीरिया में हुए भूकंप से मची तबाही ने दुनियाभर के लोगों को हिलाकर रख दिया है. इस भूकंप में अब तक 33 हजार से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं. इतने विनाशकारी भूकंप की भविष्यवाणी (Prediction)करने वाले भी डच शोधकर्ता फ्रैंक होगरबीट्स ही थे.
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