सावन का महीना शिव पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है. ये महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस दौरान सावन सोमवार के व्रत रखे जाते हैं. भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से की जाती है. भक्त कावड़ यात्रा के माध्यम से भगवान शिव की आराधना करते हैं. माना जाता है कि पावन महीने में शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सावन शिवरात्रि का भी विशेष महत्व है. हर साल सावन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है. इसको देखते हुए सुबह से ही बाबा भोले के भक्त मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं. आज शाम 6 बजकर 46 मिनट से बुधवार रात 9 बजकर 11 मिनट तक चतुर्दशी तिथि है
सावन की शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. भगवान शिव अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं. भगवान शिव सौभाग्य सुख, शांति और आरोग्य का आशीर्वाद देते हैं. ऐसा माना जाता कि इस दिन व्रत रखने से सारे पापों से मुक्ति मिलती है. वैवाहिक जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं. शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से कुंवारी कन्याओं को सभी मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है.
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