रूस-यूक्रेन (Russia Ukraine War) की वॉर लगातार खतरनाक रूप लेती जा रही है. रूस की सेना ने यूक्रेन (ukraine )की राजधानी कीव को घेर लिया है. कीव पर रूस के कब्जा करने की आशंका के बीच भारतीय दूतावास ने कीव (Kyiv) में फंसे भारतीयों को तुरंत वह छोड़ने का निर्देश दिया है.
खारकीव (kharkiv) में हुई बमबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है. दूतावास(embassy) का कहना है कि भारतीय नागरिक किसी भी संभव साधन से कीव से बाहर निकल जाएं. यूक्रेन में इस समय 16 हजार छात्र और नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं. भारत सरकार ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के जरिए इन्हें वापस लाने के प्रयास कर रही है. यूक्रेन का एयरस्पेस इस बंद है, ऐसे में पड़ोसी देशों की सीमा में पहुंचकर ही वहां से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उन्हें वापस भारत लाया जा रहा है.
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भारतीय दूतावास द्वारा जारी एडवाइजरी के मुताबिक, भारतीयों को ट्रेन के माध्यम से यात्रा करने की सलाह दी जा रही है. उन्हें सलाह दी गई है कि वो अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन जाएं और कीव से निकलकर देश की पश्चिमी हिस्सों की तरफ जाने का प्रयास करें. यूक्रेन में ट्रेन चल रही हैं, साधारण ट्रेनों की बुकिंग के अलावा यूक्रेन की तरफ से इवेक्युएशन के लिए स्पेशल ट्रेनें भी जलाई जा रही हैं. ये पूरी तरह से मुफ्त हैं और इसके लिए टिकट की जरूरत भी नहीं है.
इन ट्रेनों में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर जगह मिलेगी. ट्रेनों का शेड्यूल आधिकारिक वेबसाइट www.uz.gov.ua पर चेक कर सकते हैं. भारत सरकार ने हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजीजू और वीके सिंह को इवेक्यूशन मिशन पर भेजने का निर्णय लिया गया है. भारत की तरफ से एयर इंडिया और इंडियन एयरफोर्स के विमान भारतीयों के इवेक्यूएशन के लिए पहुंच रहे हैं. किसी भी सहायता या जानकारी के लिए एंबेंसी के नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा भारतीय नागरिकों के लिए भारत सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.