देश की 15वीं राष्ट्रपति, देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति (President) और देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का जीवन जमीन से ऊंचाईयों तक पहुंचने का सफर रहा है. क्लास की मॉनिटर से अब देश की मॉनिटर बनने वाली मुर्मू के जीवन की झलक उनके शपथ ग्रहण समारोह (oath ceremony ) में भी दिखी. संथाली साड़ी और सफेद हवाई चप्पल से संसद के सेंट्रल हॉल में जब वो पहुंची तो उनकी सादगी सबको भा गई. केसरिया सफेद और हरे रंग की संथाली साड़ी पहनी मुर्मू रायसीना हिल्स की सबसे बड़ी इमारत में कदम रखीं तो आदिवासी संस्कृति की झलक साफ दिख रही थी. संथाली साड़ी हैंडलूम यानि हाथ से बनी साड़ी होती है. इसे सफेद रंग के कपड़े पर रंगीन धागों से बनाया जाता है. इस साड़ी के छोर पर धारियों का काम किया जाता है. आदिवासी महिलाएं इसे खास मौकों पर पहनती हैं और राष्ट्रपति पद के लिए शपथ लेने पहुंचीं मुर्मू के जीवन का ये पल उनके लिए सबसे सुनहरा था और पैरों में सफेद चप्पल उनकी सादगी का प्रमाण दे रहा था. उनकी सादगी पहले भी सुर्खियां बटोर चुकी हैं. जब वो झारखंड की राज्यपाल थीं तभी भी उनकी सरलता के चर्चे हर तरफ होते थे.
Draupadi Murmu Oath Ceremony: देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं मुर्मू , CJI रमणा ने दिलाई शपथ
20 जून 1958 में ओडिशा के मयूरभंज में जन्म
बैदापोसी गांव में एक संथाल परिवार में पैदा हुईं
प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई
माता-पिता ने बुलाया 'पुती'
स्कूल टीचर ने नाम दिया 'द्रौपदी'
श्याम चरण मुर्मू से हुआ प्रेम-विवाह
दो बेटों और एक बेटी की बनीं मां
गांव के प्राथमिक स्कूल में टीचर रहीं
पति और दो बेटों के निधन के बाद घर को बनाया स्कूल
1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद का चुनाव जीता
बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष बनीं
रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में विधायक चुनी गईं
ओडिशा सरकार में 2000-2004 तक मंत्री रहीं
2015 में झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं
राज्यपाल बनने वाली पहली आदिवासी महिला
6 साल तक राज्यपाल रहने के बाद गांव वापस लौटीं
पैतृक गांव रायरंगपुर में सामाजिक कार्य में जुटी रहीं
पखाल यानी पानी का भात और सजना का साग
सुबह नाश्ते में घर का बना हल्का खाना और कुछ ड्राई फ्रूट्स,
दोपहर में चावल, साग-सब्जी और रोटी खाती हैं.
रात में कुछ फल और हल्दी वाला दूध लेती हैं
राष्ट्रपति खुद भी बहुत अच्छा खाना बनाती हैं
घर पर कम से कम रोटी वो खुद जरूर बनाती हैं
पोती को खाना बनाना द्रौपदी ने सिखाया
Droupadi Murmu: मुर्मू की साड़ी से लेकर अभिवादन तक अलग अंदाज...'जोहार' ने जीत लिया दिल