महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना ने बागियों की सदस्यता रद्द करने का दांव खेला है. शिवसेना (Shiv Sena) के नवनियुक्त विधायक दल के नेता अजय चौधरी (Ajay Choudhari) ने महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Legislative Assembly) के उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर एकनाथ शिंदे समेत 12 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. ये वो 12 विधायक हैं जो विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे.
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इन विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग
शिवसेना ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) सहित डिप्टी स्पीकर को 12 नाम भेजे हैं. जिसमें एकनाथ शिंदे, प्रकाश सुर्वे, तानाजी सावंतो, महेश शिंदे, अब्दुल सत्तारी, संदीप भुमरे, भरत गोगावाले, संजय शिरसातो, यामिनी यादव, अनिल बाबरी, बालाजी देवदास और लता चौधरी शामिल हैं.
किसे डरा रहे हैं?- एकनाथ शिंदे
शिवसेना के इस दांव के बाद बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर लिखा- 'आप अयोग्यता के लिए 12 विधायकों के नाम बताकर हमें डरा नहीं सकते क्योंकि हम शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी हैं. हम कानून जानते हैं, इसलिए हम धमकियों पर ध्यान नहीं देते हैं.' उन्होंने कहा- 'हम आपके तरीके और कानून भी जानते हैं. संविधान की अनुसूची 10 के अनुसार, व्हिप का इस्तेमाल विधानसभा के काम के लिए किया जाता है, बैठकों के लिए नहीं.'
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उधर, शिंदे गुट के समर्थन में 46 विधायक आ गए हैं. इसमें 37 शिवसेना के हैं जबकि 9 निर्दलीय हैं. शिंदे ने इन सभी के समर्थन का दावा करते हुए राज्यपाल को चिट्ठी भेजी है. महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को भी पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि एकनाथ शिंदे सदन में उनके नेता रहेंगे. पत्र में यह भी बताया गया कि सुनील प्रभु की जगह शिवसेना विधायक भरत गोगावले को चीफ व्हिप बनाया गया है.
बता दें कि कि मंगलवार को एकनाथ शिंदे के बगावत करने के बाद शिवसेना ने शिंदे को महाराष्ट्र विधानसभा में विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया था. शिंदे की जगह अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाया गया है. इसके बाद शिवसेना की ओर से बुधवार को व्हिप जारी कर विधायकों को विधायक दल की बैठक में बुलाया गया था. जिसमें बागी विधायक नहीं पहुंचे थे.