Electoral Bond: भारत में तीन कम्युनिस्ट पार्टियों- CPI, CPI(M) और CPI(ML) ने चुनाव आयोग को बताया कि उन्हें इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कोई पैसा नहीं मिला है. बता दें कि CPI(M) ने पहले ही घोषणा की थी कि वह इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से धन प्राप्त नहीं करेगी.
सीपीआई (एम) ने चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र में कहा, ''जैसा कि आप जानते हैं, सीपीआई (एम) ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की शुरुआत से ही इसके विरोध में आवाज उठाई है. हमने इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कोई भी दान स्वीकार नहीं करने का फैसला किया था. इस सैद्धांतिक रुख के अनुरूप पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से कोई दान नहीं मिला है.''
पत्र में कहा गया है कि "आप यह भी जानते होंगे कि इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को चुनौती देने वाले तीन मामले सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित हैं, जिनमें से एक सीपीआई (एम) का है."
Lok Sabha Election से पहले पूर्व CM भूपेश बघेल की बढ़ी मुसीबत, महादेव बेटिंग ऐप मामले में FIR दर्ज