समान नागरिक संहिता (uniform civil code ) कानून को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के इस मुद्दे को लेकर दिए गए बयान के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने इस पर बड़ा बयान दिया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कॉमन सिविल कोड को लेकर कहा कि एक देश में सबके लिए एक कानून हो.
मौर्य ने कहा, ‘वाकई अब इसकी आवश्यकता है, किसी के लिए कुछ और किसी के लिए कुछ कानून हो… इससे बाहर निकल कर उत्तर प्रदेश सरकार कॉमन सिविल कोड को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है, जिस प्रकार से उत्तराखंड सरकार कॉमन सिविल कोड लागू करने जा रही है. उसी प्रकार उत्तर प्रदेश की सरकार भी और देश के अन्य राज्यों में भी जहां बीजेपी की सरकार है, वहां पर कॉमन सिविल कोड को लेकर गंभीरता से विचार चल रहा है.’
अमित शाह ने भी किया इशारा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भोपाल दौरे पर देश में कॉमन सिविल कोड लागू करने के संकेत दिए. बीजेपी कार्यालय में कोर कमेटी के साथ मीटिंग में शाह ने कहा- CAA, राममंदिर, अनुच्छेद 370 और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों के फैसले हो गए हैं, अब बारी कॉमन सिविल कोड की है..
क्या है कॉमन सिविल कोड?
सीधे तौर पर इसके लागू होने से देश में शादी, तलाक, उत्तराधिकार, गोद लेने जैसे सामाजिक मुद्दे एक समान कानून के अंतर्गत आ जाएंगे. इसमें धर्म के आधार पर कोई कोर्ट या अलग व्यवस्था नहीं होगी. संविधान का अनुच्छेद 44 इसे बनाने की शक्ति देता है. इसे केवल केंद्र सरकार संसद के जरिये ही लागू कर सकती है.
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