Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार अपने अंतिम चरण (Last Phase) में है. कुल 224 विधानसभा सीटों के लिए आगामी 10 मई को वोटिंग (Voting) और 13 मई को जनता का फैसला भी आ जाएगा. इस चुनाव को हम कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के नजरिए से देखें तो उसके पास सिर्फ सत्ता पाने का एक मौका ही नहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की परीक्षा भी है. यही नहीं, राजनीति के जानकार तो इस चुनाव को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के इमेज से भी जोड़कर देख रहे हैं. उनका मानना है कि कर्नाटक चुनाव में प्रियंका गांधी जिस तरह से पसीना बहा रही हैं, यह चुनाव उनके इमेज को भी तय करने में बड़ी भूमिका निभाएगा.
दरअसल, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी 'भारत जोड़ो' यात्रा को कर्नाटक में तीन चरणों में पूरा किया. उन्होंने कर्नाटक के अंदर 511 किलोमीटर की यात्रा की. यह यात्रा कर्नाटक के सात लोकसभा और 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी. हालांकि, भारत जोड़ो यात्रा के बाद कर्नाटक में दो स्थानीय निकाय चुनाव श्याम राजनगर और बीजापुर में हुए जिसमें कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी यात्रा के दौरान कर्नाटक आईं और अपने बेटे राहुल के साथ राज्य के मांड्या जिले में चलीं. यात्रा ने लोगों को राज्य में कांग्रेस पार्टी के योगदान, विशेष रूप से भूमि सुधार अधिनियम के कार्यान्वयन की याद दिलाई. कर्नाटक उन कुछ राज्यों में से एक है जहां भूमि सुधारों को सच्ची भावना से लागू किया गया और लाखों लाभार्थी पार्टी के वफादार समर्थक हैं. अधिनियम ने जोतने वालों को जमीन दे दी, जिससे वे जमींदार बन गए. सिर्फ सोनिया ही नहीं बल्कि राहुल गांधी यात्रा के दौरान यहां कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया का हाथ पकड़कर भी दौड़े, लेकिन अब देखना होगा कि सोनिया गांधी और सिद्धारमैया के साथ राहुल गांधी की दौड़ पार्टी के वोट प्रतिशत पर कितना असर डालती है.
प्रियंका का भी तय होगा इमेज
कर्नाटक विधानसभा चुनाव राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के साथ प्रियंका गांधी की इमेज भी तय करेगा. चुनाव प्रचार में जिस तरह से प्रियंका गांधी पसीना बहा रही हैं और वोटरों का दिल जीतने की कोशिश में कभी डोसा बनाती हुई दिख रही हैं तो कभी लोगों से बातें करते हुए. इससे जाहिर है कि कांग्रेस पार्टी का एक धरा प्रियंका गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर लंबी योजना बना चुका है. पार्टी के अंदर प्रियंका सबसे प्रभावशाली नेताओं के रूप में पहचान बना चुकी हैं. ऐसे में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम यदि पार्टी के अनुकूल आते हैं तो कोई आश्चर्य नहीं कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी की बड़ी नेता के रूप में उतारी जाएं. चुनाव आयोग के रिकार्ड के मुताबिक राज्य में कुल वोटर्स की संख्या 5,21,73,579 करोड़ है. जिनमें महिला वोटर्स की संख्या 2.59 करोड़ है. इस बार कर्नाटक में नए वोटर्स की संख्या 9.17 लाख है. यही वजह है कि प्रियंका गांधी का फोकस महिला वोट बैंक पर है.