सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को एयर इंडिया (Air India) को टाटा ग्रुप को बेचे जाने को लेकर लोकसभा में जवाब दिया. एयर इंडिया को बेचे जाने लेकर मोदी सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं. सिंधिया ने इसका ठीकरा यूपीए सरकार (UPA Govt) पर फोड़ा. उन्होंने लोकसभा (Lok Sabha) में कहा कि मुनाफे में में चल रही एयर इंडिया को मनमोहन सरकार (Manmohan Govt) की नीतियों के चलते हर दिन 20 करोड़ रुपये का घाटा होने लगा.
उन्होंने कहा कि साल 2015 में एयर इंडिया को सालाना 15 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हो रहा था. वहीं इंडियंस (Indian Airlines) एयरलाइंस 50 करोड़ रुपये कमा रही थी. इसके बावजूद एयर इंडिया ने 50-55 हजार करोड़ रुपये में 111 विमान खरीदे, जिसने इस पर भारी कर्ज डाल दिया.
इससे 14 साल में एयर इंडिया का कुल नुकसान 85 हजार करोड़ रुपये का हो गया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इसके विनिवेश का फैसला इसलिए किया ताकि सरकार के पैसे को बचाया जा सके जिसका इस्तेमाल उज्ज्वला और जल जीवन योजना जैसी सरकारी योजनाओं में किया जा सकता है.