कांग्रेस इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए एंट्री में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस नेता अमिताभ दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया जिसमें आरोप लगाया, "डोनर और रिसीवर और दान लेने वाली पार्टियों की एंट्री में गडबड़ी है." अमिताभ दुबे ने लिखा, इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को 2017 में शुरू किया गया था लेकिन सामने आए आंकड़े अप्रैल 2019 से हैं...डोनर्स की 18,871 एंट्री हैं जबकि दान लेने वालों या रिसीवर की एंट्री संख्या 20,421 हैं, ये अनियमितता क्यों?"
कांग्रेस नेता अमिताभ दुबे के बाद ही कई अन्य कांग्रेसी और विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. विपक्षी नेताओं ने इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में धांधली की भी बात कही. इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कुल मिलाकर 12,769 करोड़ रुपये का चंदा राजनीतिक पार्टियों को मिला. 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 तक सबसे ज्यादा चंदा सत्ताधारी BJP को मिला.
चुनाव आयोग ने दी जानकारी
ये रिपोर्ट भारतीय चुनाव आयोग की तरफ से 14 मार्च, 2024 को जारी आंकड़ों पर आधारित है. जिसमें 12 अप्रैल 2019 से 24 जनवरी 2024 के बीच की अवधि के आंकड़ों की जानकारी दी गई थी.
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