Electoral Bond: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने शुक्रवार को इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को 'स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा घोटाला' करार दिया. जयराम रमेश ने कहा कि इस पर चुनाव आयोग द्वारा शेयर किया गया डेटा 'अधूरा' है. जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि ये डेटा बीजेपी की 'भ्रष्ट तरकीबों' को बेनकाब करता है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर भी निशाना साधा. सीतारमण ने कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी को उनके द्वारा खरीदे गए इलेक्टोरल बॉन्ड से जोड़ने की अटकलों को 'असम्प्शन' (Assumption) बताया था.
जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ नहीं है, लेकिन वह चुनाव प्रक्रिया में 'वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल' (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल चाहती है ताकि मतदाताओं को पता चले कि उनका वोट सही तरीके से डाला गया है.
महाराष्ट्र के पालघर जिले के वाडा में रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी पिछले साल से निर्वाचन आयोग से मिलने का समय मांग रही है, लेकिन अभी तक उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से मिलने का समय नहीं दिया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूछा, ''आखिर चुनाव आयोग विपक्षी दलों से मिलने से क्यों और किससे डरता है.''
चुनाव आयोग ने दी ये जानकारी
ये रिपोर्ट भारतीय चुनाव आयोग की तरफ से 14 मार्च, 2024 को जारी आंकड़ों पर आधारित है. जिसमें 12 अप्रैल 2019 से 24 जनवरी 2024 के बीच की अवधि के आंकड़ों की जानकारी दी गई थी.
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