PM मोदी के साथ बैठक (Meeting with PM) में फिर से बोलने का मौका ना मिलने पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata banerjee) ने नाराजगी जाहिर (expressed displeasure) की है. बंगाल सरकार का आरोप है कि बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बोलने का मौका नहीं दिया गया, जिसकी वजह से न सिर्फ ममता बल्कि पूरा प्रशासन आहत है.
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बुधवार को पीएम के साथ हुई डिजिटल बैठक के दौरान दो घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा, लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया. राज्य सचिवालय के सूत्रों से आई खबरों के मुताबिक, ममता बनर्जी को ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया गया क्योंकि उनका नाम वक्ताओं की सूची में नहीं था. जिसपर सीएम ने नाखुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे.
इससे पहले इसी साल मई में कोरोना प्रबंधन को लेकर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग पीएम की बैठक के वक्त भी ममता ने यह आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बैठक में उन्हें अपमानित महसूस कराया गया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्रियों को बुलाकर बोलने का मौका नहीं दिया गया.