शिवसेना के तीन बागी विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया है कि नक्सलियों की धमकी के बावजूद एकनाथ शिंदे को उन्होने 'जेड प्लस' सुरक्षा नहीं दी. हालांकि उद्धव ठाकरे गुट ने इसका खंडन किया है.
एकनाथ शिंदे जो फिलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं, उद्धव ठाकरे सरकार में वो शहरी विकास मंत्री होने के अलावा नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली के लिए अभिभावक मंत्री भी थे. पुलिस के अनुसार, फरवरी 2022 में गढ़चिरौली में पुलिस कार्रवाई में 26 नक्सलियों के मारे जाने के दो महीने बाद, उन्हें एक धमकी भरा पत्र मिला था।
शिवसेना के दो विधायक और शिंदे गुट के नेता सुसाह कांडे और पूर्व गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) शंभूराज देसाई ने एक न्यूज चैनल को बताया कि नक्सलियों की धमकी के बावजूद ठाकरे ने निर्देश दिया था कि शिंदे की सुरक्षा को अपग्रेड नहीं किया जाए। शिंदे गुट के नेता सुसाह कांडे ने दावा किया कि पुलिस ने ठाकरे और तत्कालीन गृह मंत्री (राकांपा के दिलीप वलसे-पाटिल) को सूचित किया था कि नक्सली शिंदे को मारने के लिए मुंबई आए थे