Congress: कांग्रेस से निष्कासित नेता संजय निरुपम ने दावा किया है कि उन्होने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पहले इस्तीफा भेज दिया था उसके बाद पार्टी से उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया गया. उन्होने कहा कि कांग्रेस एक बिखरी हुई पार्टी है और सोनिया, राहुल, प्रियंका और खरगे के अलग गुट हैं. कांग्रेस वैचारिक तौर पर दिशाहीन हो गयी है.
उन्होने कहा, "मैंने कल एक घोषणा की और लगभग 10:40 बजे मल्लिकार्जुन खरगे जी को अपना इस्तीफा भेज दिया... कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई पार्टी है और पार्टी के नेताओं ने भी कहा है कि इसकी विचारधारा दिशाहीन है...''
इससे पहले बुधवार को सुबह महाराष्ट्र कांग्रेस ने बागी नेता संजय निरुपम को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित कर केन्द्रीय नेतृत्व को भेजा जिसने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 6 साल के लिए निकाल दिया.
निरुपम को कांग्रेस के स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट से बाहर कर दिया गया था. इस पर संजय निरुपम की प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि "कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज़्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे. बल्कि अपनी बची-ख़ुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे. वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है. मैंने जो एक हफ़्ते की अवधि दी थी,वह आज पूरी हो गई है.
कल मैं खुद फ़ैसला ले लूँगा."
महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इससे पहले कहा है कि "उनका नाम स्टार प्रचारकों में था, जिसे रद्द कर दिया गया है. नाना पटोले के मुताबिक संजय निरुपम जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे लग रहा है कि वो किसी के कहने पर वक्तव्य दे रहे हैं. इसलिए उस पर कार्रवाई की गई,"
नाना पटोले ने ये भी कहा है कि कोई सवाल जवाब नहीं होगा बल्कि बस एक्शन होगा. कांग्रेस नेता संजय निरुपम कांग्रेस की टिकट पर मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन सीट शेयरिंग में ये सीट शिवसेना उद्धव गुट के पास चला गया और शिवसेना उद्धव गुट ने अमोल कीर्तिकर को अपना उम्मीदवार बनाया. इसके बाद निरुपम ने बागी तेवर दिखाना शुरू किया. उन्होने शिवसेना उद्धव गुट की आलोचना की साथ ही कहा कि योग्यता के आधार पर निर्णय लिया जाना चाहिए था. निरुपम ने कांग्रेस पर महाविकास अघाड़ी के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया था