Arvind Kejriwal Singapore Visit: दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल (Arvind kejriwal) के सिंगापुर (Singapore) दौरे को लेकर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई दिनों तक खींचतान चली लेकिन नतीजा शून्य ही रहा और मुख्यमंत्री केजरीवाल का सिंगापुर दौरा रद्द हो गया. दिल्ली सरकार ने इस मामले में बयान जारी कर दौरा रद्द होने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, तो वहीं सीएम केजरीवाल ने भी इस बात की आलोचना की है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अच्छा होता अगर मैं जाकर अपनी बात रख पाता और भारत में किए जा रहे कार्यों को दुनिया के साथ साझा करता...मैं इसके लिए किसी को दोष नहीं दे रहा. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कोई बात नहीं, उन्होंने ना किया ना सही. वे भी खुश रहें, हम भी खुश हैं.
दरअसल, केजरीवाल को अगस्त के पहले हफ्ते में सिंगापुर में होने वाले वर्ल्ड सिटीज समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन उनकी यात्रा को केंद्र से मंजूरी नहीं मिल सकी.
औपचारिक बयान में कहा गया है कि सिंगापुर यात्रा की औपचारिकताएं 20 जुलाई तक पूरी की जानी थीं, जबकि उपराज्यपाल ने 21 जुलाई को फाइल लौटा दी.
AAP ने दावा किया है कि चूंकि एलजी और केंद्र से जरूरी अनुमति मिलने में काफी समय लगा, इसलिए बाकी औपचारिकताएं पूरी करने में समय नहीं बचा.
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वर्ल्ड सिटीज समिट क्या है? (What is World Cities Summit)
वर्ल्ड सिटीज समिट एक ऐसा मंच है जहां नेता, उद्योग जगत के विशेषज्ञ शहरी चुनौतियों का समाधान करने और नई साझेदारी बनाने की ओर फोकस करते हैं. यह संयुक्त रूप से सिंगापुर के सेंटर फॉर लीवेबल सिटीज (CLC) और अर्बन रीडेवलपमेंट अथॉरिटी (URA) की ओर से आयोजित किया जाता है.
ग्लोबल सिटीज समिट शहरों को लिए नए प्रयोग, एक्सपर्ट के अनुभवों से सीखने, साझा करने और आदान-प्रदान करने का मौका होता है. आपको बता दें कि केजरीवाल को इससे पहले भी अंतराष्ट्रीय सी 40 समिट में जाने की अनुमति नहीं मिली थी. विदेश मंत्रालय की ओर से उन्हें क्लीयरेंस नहीं दी गई थी. दिल्ली के वायु प्रदूषण पर उनको बात करनी थी.