प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर ही नहीं, बल्कि अमेरिका के साथ होने वाले 6 प्रमुख डील को लेकर भी चर्चा में है. जिससे दोनों देशों के बीच के रिश्ते और मजबूत होंगे. इनमें ड्रोन्स, स्ट्राइकर, आर्मर्ड व्हीकल और जेट इंजन डील शामिल है.
वैसे तो इस डील की भूमिका पिछले साल हुई G-20 देशों की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी की मुलाकात के साथ ही बनने लगी थी, लेकिन अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. पीएम मोदी का अमेरिका दौरा 21 से 24 जून तक है. इसके लिए वह 20 जून को ही रवाना हो चुके हैं.
न्यूयॉर्क पहुंचने के बाद पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र संघ (united nations) में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे. यहां से वह वॉशिंगटन जाएंगे, जहां राजकीय मेहमान उनका स्वागत किया जाएगा. वहीं से दोनों देशों के बीच 6 डील पर काम शुरू हो जाएगा.
भारत के नजरिए से देखें तो डिफेंस डील बेहद महत्वपूर्ण है. अमेरिका जेट इंजन से लेकर अपने खतरनाक हथियारों की तकनीक भी भारत को ट्रांसफर करने वाला है. इससे भारत की सामरिक ताकत और बढेगी, साथ ही रोजगार बढ़ने की भी उम्मीद है. इसमें भारत में जीई-414 जेट इंजन का निर्माण भारत में किए जाने की डील होनी है. साथ ही अमेरिका इसका टेक्नोलॉजी ट्रांसफर भी करेगा.
भारत के पास अभी एम-777 लाइट होवित्जर तोप है, जो लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक के पहाड़ी इलाकों में तैनात है. अमेरिका ने इसे अपग्रेड कर इसकी रेंज बढ़ाने का ऑफर दिया है.
अमेरिका ने अपने सबसे शक्तिशाली स्ट्राइकर वाहन को भारत के साथ मिलकर बनाने का ऑफर दिया है. यह वाहन अपने मोबाइल गन सिस्टम के साथ,105 एमएम की तोप और एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस ये वाहन टैंकों को भी तबाह करने की ताकत रखता है.
अमेरिका का बेहद खतरनाक ड्रोन 1200 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखता है. तालिबान और ISIS के खिलाफ अमेरिका ने इस ड्रोन्स के जरिए अचूक हमले किए थे. भारत को अपनी लंबी समुद्री सीमा और थल सीमा की निगरानी के लिए भी इस ड्रोन की जरुरत थी.
भारत चाहता है कि वो हवा से हवा में मार करने वाले अमेरिकी मिसाइल और लंबी रेंज वाले आर्टिलरी बम का निर्माण अपने देश में करे. मुमकिन है कि ये समझौता भी पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर होगा.
पिछले साल भारत ने स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को लॉन्च किया था. इसके लिए दमदार फाइटर एयरक्राफ्ट की तलाश हो रही है. पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर अमेरिका के 26 F-18 सुपर हॉर्नेट की खरीदारी पर मुहर लग सकती है. इस डील से न केवल मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा बल्कि हथियार निर्यात में कदम बढ़ा रहे भारत को एक नई ताकत मिलेगी.