One Nation-One Election: हकीकत है कि देश में पिछले करीब तीन दशकों में एक साल भी ऐसा नहीं बीता, जब चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने किसी न किसी राज्य में कोई चुनाव न करवाया हो. लोकसभा से लेकर विधानसभा और नगरीय निकाय से लेकर पंचायत चुनाव…कोई न कोई भोंपू बजता ही रहता है और रैलियां होती ही रहती हैं. तो आइए जानते हैं कि वन नेशन-वन इलेक्शन से क्या फायदा होगा और क्या नुकसान ?
वन नेशन-वन इलेक्शन के फायदे-
- बार-बार चुनाव नहीं होंगे, तो खर्च कम होगा
- बार-बार आचार संहिता लगने से विकास कार्य नहीं रूकेंगे
- चुनाव के दौरान बार-बार काला धन नहीं खपा सकेंगे
- सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल एक ही बार होगा
- स्कूल, कॉलेज के सरकारी कर्मचारियों का काम प्रभावित नहीं होगा
- सरकारों को धर्म, जाति जैसे मुद्दों को बार बार नहीं उठाना पड़ेगा
- जनता को लुभाने के लिए स्कीमों के हथकंडे नहीं होंगे
वन नेशन-वन इलेक्शन के नुकसान-
- छोटी क्षेत्रीय पार्टियों के सामने अस्तित्व का संकट खड़ा होगा
- स्थानीय मुद्दे हाशिये पर चले जाएंगे, पिछड़ जाएंगे
- एक बार में चुनाव हुए तो नतीजे आने में काफी वक्त लगेगा
- दोगुनी सरकारी मशीनरी की जरूरत पड़ेगी
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