MBA चायवला के बाद अब MBA मुर्गावाला सुर्खियों में है. दरअसल, बिहार के गया के रहने वाले कुमार गौतम बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से MBA पोस्ट ग्रैजुएट हैं और वो बच्चों को पढ़ाने के साथ ही अपने घर के पास कड़कनाथ मुर्गे और बटेर का पालन करते हैं.
कुमार गौतम ने बताया कि पालन की मदद से वो अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं. बात अगर कुमार गौतम के डेली रूटीन की करें तो वो सुबह जल्दी उठकर मुर्गी और बटेर को चारा देते हैं उसके बाद वो महमदपुर मध्य विद्यालय में सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाते हैं. स्कूल से लौटने के बाद उनका पूरा समय मुर्गों और बटेर की देखभाल में बीत जाता है.
कुमार ने बताया कि जब से कड़कनाथ मुर्गे को GI टैगिंग मिली और धोनी के पालन की बात सामने आई तब से लोगों ने बड़ी संख्या में इसका पालन शुरू कर दिया. जहां गांव में कड़कनाथ मुर्गे की कीमत 800 रुपये किलो है तो वहीं बड़े शहरों में इसका ये 1800 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है.
कुमार गौतम मध्य प्रदेश से कड़कनाथ मुर्गों के चूज मंगाते हैं और 35 से 40 दिन में ये वयस्क हो जाता है. उन्होंने बताया कि बटेर का चूजे की कीमत 40 से 45 रुपये है और इसे तैयार होने में करीब 45 दिन लगते हैं.