जैसे-जैसे नए संसद भवन के उद्घाटन (New Parliament Building Innaugration) की तारीख नजदीक आ रही है सियासी घमासान (political tussle) भी तेज होता जा रहा है. ताजा स्थिति ये है कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह (opening ceremony) के समर्थन में 25 दल (Support 25 parties) हैं. जबकि 20 दलों ने इसका बहिष्कार करने का फैसला किया है. खास बात ये है कि सात गैर एनडीए दलों ने भी नई संसद के उद्घाटन समारोह में आने का फैसला लिया है. सबसे पहले बात उन दलों की जो इस समारोह का समर्थन कर रहे हैं.
ये दल हैं समर्थन में
बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, अकाली दल, बीएसपी, लोकजनशक्ति पार्टी (पासवान), जेडीएस, टीडीपी, (BJD, YSR Congress, Akali Dal, BSP, Lok Janshakti Party (Paswan), JDS, TDP,) बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), नेशनल पीपुल्स पार्टी, मेघालय, नेशनल डेमोक्रेकिट प्रोग्रेसिव पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, जन नायक पार्टी, एआईएडीएमके, आईएमकेएमके,आजसू, आरपीआई, मिजो नेशनल फ्रंट, तमिल मनीला कांग्रेस, आईटीएफ़टी (त्रिपुरा), बोडो पीपुल्स पार्टी, पीएमके, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, अपना दल, असम गण परिषद
ये दल हैं विरोध में
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय लोकदल, राष्ट्रीय जनता दल, नेशनल कॉन्फ़्रेंस, डीएमके, एमडीएमके, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, केरल कांग्रेस (मणि), विदुथलाई चिरुथिगिल कच्ची, एआईएमआईएम