केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीन मूर्ति भवन स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी (NMML) का नाम बदल दिया है. इस लाइब्रेरी का नया नाम अब प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी (PMMS) है.
म्यूजियम का नाम बदलने के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बदले की राजनीति से प्रेरित होकर काम करते हैं. इस तरह का काम करना ये बताता है कि वे आजाद भारत के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू का अपमान कर रहे हैं.
सुप्रीया बोलीं- पीएम बदला ले रहे
सुप्रीया ने आगे कहा, "पीएम मोदी राजनीति में गिरने की एक सीमा को भी लांघ चुके हैं. हाल ही में सीएजी ने सात बड़े मामलों का खुलासा किया है. जिसमें द्वारका एक्सप्रेस, आयुष्मान, एनएचआई का घोटाला, एचलएल आदि शामिल हैं. ये बताता है कि पीएम ने अब तक क्या किया है, और उनसे बचकर क्या हो रहा है. घोटाले की रिपोर्ट सदन की पटल पर रखी हुई है. इस बारे में पीएम की जवाबदेही तय होनी चाहिये.
मनोज बोले- देश में लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं
वहीं बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा, "कांग्रेस ने आम जनता को जो दर्द दिया है, उसकी लंबी लिस्ट है. देश में कई संस्थाएं सिर्फ कांग्रेस के नेताओं के नाम पर हैं. देश में राजतंत्र नहीं, बल्कि लोकतंत्र है, इसलिए ऐसा नहीं होना चाहिये.
अगर नेहरू म्यूजियम का नाम प्रधानमंत्री संग्रहालय हो गया, तो इसमें गलत नहीं है. इस देश के जितने में पीएम हुए हैं, उन सभी प्रधानमंत्रियों की जानकारी इस संग्रहालय में रखा गया है. इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिये."
दो महीने पहले सरकार ने किया था ऐलान
बता दें कि केंद्र सरकार ने नाम बदलने का फैसला दो महीने पहले यानि कि 16 जून को ही किया था. 15 अगस्त से अब इसे लागू कर दिया गया है. जून में यह फैसला सोसाइटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक बैठक के बाद लिया गया था.
इससे पहले 2016 में पीएम मोदी ने परिसर में भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित करने का विचार किया था. कांग्रेस के विरोध के बावजूद, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी परिसर में प्रधानमंत्री संग्रहालय बनाया गया. 21 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. तब भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया था.
सोसाइटी के अध्यक्ष PM मोदी हैं
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं.